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Chhattisgarh: Final attack on Naxalism, CM Sai says, '500 killed in two years, over 4,000 surrendered, the end is near'
खैरागढ़। छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान को बड़ी सफलता मिली है। एक करोड़ पाँच लाख के इनामी CPI (माओवादी) के शीर्ष नेता और केंद्रीय समिति सदस्य रामधेर मज्जी ने अपने 12 साथियों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। इस सरेंडर को लेकर आज राजनांदगांव के न्यू सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा समेत शीर्ष पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
“ऐतिहासिक दिन”- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि, आज का दिन छत्तीसगढ़ के इतिहास में महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, “सीसी मेंबर रामधेर अपने 12 साथियों के साथ हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौटे हैं। यह नक्सलवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई को और मजबूत करता है।”
सीएम साय ने बताया कि रामधेर मज्जी पर एक करोड़ पाँच लाख रुपये का इनाम घोषित था। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में सुरक्षा बलों ने बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। 4 हजार से अधिक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया या गिरफ्तार किए गए। 500 से ज्यादा माओवादी मारे गए।
डबल इंजन सरकार से मिल रही है सफलता
सीएम साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ को डबल इंजन सरकार का सीधा लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने यह स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि,“31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद पूरी तरह समाप्त किया जाएगा।”
उन्होंने बताया कि 13 दिसंबर को सरकार के दो वर्ष पूरे होने जा रहे हैं और इन दो वर्षों में नक्सल विरोधी अभियान में लगातार बड़ी सफलताएँ मिली हैं। उन्होंने दावा किया “नक्सलवाद अंतिम सांसें ले रहा है।”
आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए बेहतर पुनर्वास व्यवस्था
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि मुख्यधारा में लौटने वाले नक्सलियों के लिए राज्य सरकार ने प्रभावी पुनर्वास नीति लागू की है। गृहमंत्री विजय शर्मा ने भी विभिन्न राज्यों में जाकर व्यापक अध्ययन किया, जिसके आधार पर नई पुनर्वास नीति तैयार की गई है।
सरकार की कई योजनाओं में आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए विशेष प्रावधान हैं। नई उद्योग नीति में भी उनके लिए अवसर सुरक्षा, आवास और आजीविका के लिए विशेष पैकेज बस्तर के 400 से अधिक गांव पुनः आबाद हो चुके हैं।
कार्यक्रम में शामिल रहे कई वरिष्ठ अधिकारी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी अरुण देव गौतम, नक्सल ADG विवेकानंद सिन्हा, रेंज आईजी अभिषेक शांडिल्य और कई वरिष्ठ अधिकारी एवं समाज के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।