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Giriraj Singh said that it is important to identify those who cast fake votes wearing burqa, do not link it to religion
BREAKING: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग आज जारी है। इस बीच केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह मतदान केंद्रों पर बुर्का पहन कर वोट डालने वाली महिलाओं को लेकर विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें लगे कि कोई बुर्का पहन कर फर्जी वोट डाल रहा है, तो उसकी पहचान कराने का काम आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा किया जा सकता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इसे धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए और भारत पाकिस्तान नहीं है, जहां शरिया कानून लागू होता है।
गिरिराज सिंह ने अपने बयान में कहा
गिरिराज सिंह ने अपने बयान में यह कहा कि मतदान केंद्र पर यदि किसी को संदेह हो कि कोई व्यक्ति बुर्का पहन कर मतदान कर रहा है, तो पोलिंग एजेंट या चुनाव परिचालन कर्मचारी चेहरे की पहचान कर सकते हैं। उनका कहना था कि भारत संविधान के तहत चलता है और यहां धर्म या शरिया कानून का शासन नहीं है। उन्होंने इसे मतदान प्रक्रिया की पारदर्शिता और पहचान सुनिश्चित करने के उपाय के रूप में पेश किया।
बिहार की राजनीतिक स्थिति गर्मा गई
इस बयान के बाद बिहार की राजनीतिक स्थिति गर्मा गई है। विपक्षी दलों ने इसे धार्मिक आधार पर असंवेदनशील और संवैधानिक अधिकारों पर चोट मानते हुए आलोचना की है। वहीं, भाजपा समर्थक इसे चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और सुरक्षा के दृष्टिकोण से सही ठहरा रहे हैं। इस तरह के बयान चुनावी माहौल में ध्रुवीकरण की संभावना बढ़ा सकते हैं, खासकर जब मतदान पहले चरण में हो रहा हो।
विशेषज्ञों के अनुसार, मतदान केंद्रों पर पहचान की प्रक्रिया जरूरी है, लेकिन किसी समुदाय को विशेष रूप से निशाना बनाना संवेदनशील मुद्दा हो सकता है। यह बयान सुरक्षा और पहचान की आवश्यकता को दर्शाता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला के रूप में भी देखा जा सकता है। पहले चरण के मतदान के समय इस तरह के बयान वोटरों में असमंजस या डर की स्थिति पैदा कर सकते हैं।