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Pahalgam Terror Attack: As soon as they met Amit Shah, the relatives of the deceased cried bitterly and pleaded for justice
जम्मू। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में छुट्टियां मना रहे पर्यटकों की खुशियां अचानक मातम में बदल गई। मंजर इतना भयावह था कि वहां मौजूद हर शख्स की आंखों में आंसू आ गए। चारों तरफ लाशें बिखरी हुई थीं, जो इस त्रासदी की गवाही दे रही थीं। आज बुधवार को जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की, तो मृतकों के परिजन अपने आंसू नहीं रोक पाए। सभी ने रोते हुए शाह से न्याय की गुहार लगाई।
अमित शाह ने इस बात पर जोर दिया कि भारत आतंकवाद के आगे नहीं झुकेगा और इस क्रूर हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ पीड़ितों के परिवारों से भी मुलाकात की।
आज बुधवार की सुबह 26 मृतकों के शव श्रीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में लाए गए, जिन्हें बाद में पुलिस नियंत्रण कक्ष में स्थानांतरित कर दिया गया। गृह मंत्री अमित शाह ने घटनास्थल पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की और पुष्पांजलि अर्पित की। अधिकारियों के अनुसार, शाह ने मंगलवार रात श्रीनगर पहुंचने के बाद हमले में बचे लोगों को आश्वासन दिया कि इस क्रूरता के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर सरकार ने मृतकों के परिवारों को दस लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को दो लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को एक लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का फैसला किया है। 35 वर्षों में पहली बार, पहलगाम में हुई हत्याओं का विरोध करने वाले सभी समुदायों के समर्थन से, आतंकवादी हमलों के जवाब में कश्मीर घाटी में हड़ताल का आह्वान किया गया है।