Copyright © 2025 rights reserved by Inkquest Media
अन्य समाचार
Pahalgam Terrorist Attack Hundreds of Muslims took to the streets
नई दिल्ली। बीते मंगलवार (22 अप्रैल) को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, जिसमे तक़रीबन 28 लोगों की जान चली गई। इस घटना से अब पूरे देश में शोक और आक्रोश का माहौल बना हुआ है। लोग सैकड़ों की सख्या में सड़कों पर उतरकर पकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ कड़ा प्रदर्शन कर रहे है। वहीं, इस घटना में जान गवाने वाले लोगो के पार्थिव शरीर को उनके परिजनों तक पहुंचा दिया गया है। जिसमें से अधिकतर को मुखाग्नि भी दी जा चुकी है। इन सब के बीच देश में आंतरिक तौर पर भी तनाव की स्थिति बनी हुई है। कुछ जातिवाद करने वाले उपद्रवी सोशल मीडिया में विवादित पोस्ट कर रहे है, जिसका असर भी दिखाई दे रहा है। इसके आलावा कुछ राजनीतिक पार्टियां भी इस घटना पर अपनी राजनीति चमकाने में लगी हुई है।
इस सब के बीच आज दिल्ली में पहलगाम हमले को लेकर जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय ने न सिर्फ शोक व्यक्त किया, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ सशक्त और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन भी किया। वही इस घटना को लेकर दिल्ली जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने एक बड़ा बयान भी दिया है। उन्होंने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि, ‘पहलगाम में मासूम लोगों की हत्या ने हमारी अंतरात्मा को झकझोर दिया है। पूरा देश एक आवाज में इस जघन्य अपराध की निंदा करता है।
इतना ही नहीं शाही इमाम ने ये भी कहा कि, धर्म के नाम पर मासूम लोगों की हत्या करना एक ऐसा अपराध है जो माफ़ी के काबिल भी नहीं है। इतना ही नहीं उन्होंने इसे ‘नाकाबिल-ए-माफी जुर्म’ बताया और कहा है कि ऐसे दरिंदों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इमाम बुखारी ने हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना जताते हुए कहा कि, मैं उनके दुख में उनके साथ खड़ा हूं। वहीँ अहमद बुखारी ने यह भी कहा कि वो आने वाले शुक्रवार को जामा मस्जिद से इस संबंध में घोषणा करेंगे। उन्होंने साफ कहा कि धर्म के नाम पर इस तरह की हिंसा न केवल धर्म का अपमान है बल्कि इंसानियत के खिलाफ सबसे बड़ा अपराध भी है।
इसके आलावा इस घटना पर लखनऊ और भोपाल समेत देश कई अन्य राज्यों में मुस्लिम समुदाय के लोगो ने कड़ा प्रदर्शन दर्ज कराया। लोग अपनी हाथों पर काली पट्टियां बांधकर निकले, और पाकिस्तान और आंतकवाद मुर्दाबाद के नारे लगाते दिखे। इसके साथ ही पाकिस्तान का झंडा भी जलाया गया। वहीं, चौक के सर्राफा व्यापारियों ने भी अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। हालांकि, शहर से लेकर गांव तक आतंकी हमले को लेकर जगह-जगह प्रदर्शन और कैंडिल मार्च निकाला जा रहा है।
इस दौरान इस घटना को लेकर मौलानाओं ने कहा कि, आंतकियों को खत्म करने के लिए सरकार को बड़े कदम उठाने चाहिए। पहलगाम में जो घटना हुई है, इससे इंसानियत शर्मसार है। यह सीधे तौर पर मानवता की हत्या है। कश्मीर जहां पर लोग अपने परिवार के साथ घुमने और खुशियां मानने गए थे। इसमें इसानियत का कत्ल हुआ है। उन लोगों के लिए दुआ करते है, जो अब इस दुनिया में नहीं रहे। सरकार से अपील है कि आंतकियों का जल्द खात्मा करे।'
इधर, छत्तीसगढ़ के दुर्ग रायपुर और गरियाबंद में भी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन किया। इन सभी जगहों पर लोग जुमे की नमाज के बाद आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ विरोश प्रदर्शन में एकजुटता दिखाते हुए हाथों में काली पट्टी बांध कर विशाल रैली करते हु दिखाई दिए। बता दें कि, इस सभी जगहों की रैली में सैकड़ों की सख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए। जिन्होंने आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मस्जिद से शुरू हुई यह रैली तिरंगा चौक (गरियाबंद) तक पहुंची, जहां आतंकवाद का पुतला दहन किया गया। रैली के दौरान ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’, ‘आतंकवाद मुर्दाबाद’, ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ और ‘भारत माता की जय’ जैसे नारे गूंजते रहे। प्रदर्शनकारियों ने आतंकवादियों को जल्द से जल्द पकड़कर कड़ी सजा देने की मांग की।