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Raid exposes bakery factory's filth, bread and cookies being made amidst dust and rats
Chhattisgarh News: अग्रसेन चौक के पास स्थित लक्ष्मी फूड प्रोडक्ट (ब्रेड बास्केट) की फैक्ट्री में छापे के दौरान चौंकाने वाली हकीकत सामने आई। फूड सेफ्टी ऑफिसर के साथ टीम के पहुंचते ही फैक्ट्री के भीतर साफ-सफाई की भारी कमी नजर आई। फर्श से लेकर मशीनों तक हर जगह धूल, ब्रेड और अन्य सामग्री के टुकड़े बिखरे पड़े थे।
फ्रिज में एक तरफ मक्खन रखा था, वहीं दूसरी ओर गंदगी जमी हुई थी। टीम को देखकर आनन-फानन में सफाई शुरू कर दी गई, लेकिन हालात छिप नहीं सके। ब्रेड और कुकीज बनाने वाले ट्रे इतने गंदे थे कि उन पर धूल की मोटी परत साफ दिखाई दे रही थी। सर्किल ब्रेड बनाने वाली ट्रे पर डस्ट की पूरी लेयर जमी थी और उसी ट्रे से लगातार ब्रेड निकाली जा रही थी।
उसी ट्रे में एक चाकू भी रखा हुआ था, जिससे आटा काट-काटकर डाला जा रहा था। चाकू को धोने की कोई व्यवस्था नजर नहीं आई। पास ही मैदा की बोरियां रखी थीं, जिनके आसपास बड़े-बड़े चूहे घूमते दिखाई दिए। जहां आटा खोला जा रहा था, वहां छत की पपड़ी झड़कर नीचे गिर रही थी, जो सीधे आटे में मिलती नजर आई। कुकिंग मशीन के ऊपर की छत पूरी तरह काली पड़ चुकी थी।
फैक्ट्री के बाहर भी हालात बदतर थे। अंदर से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों के कारण नाली पूरी तरह जाम थी और आसपास गंदगी फैली हुई थी। जिस जगह बेकरी प्रोडक्ट तैयार किए जा रहे थे, वहीं छत की पपड़ी झड़ रही थी और उसी स्थान पर कर्मी आटा मिक्स कर रहे थे।
डॉ. योगेंद्र मल्होत्रा, मेडिसिन एक्सपर्ट ने बताया कि गंदगी में तैयार किए गए खाद्य पदार्थ खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए गंभीर रूप से हानिकारक हो सकते हैं। ऐसे खानपान से पेट खराब होना, उल्टी, मतली, पेट दर्द और पेट के संक्रमण की आशंका रहती है। यदि साफ तेल या गुणवत्तापूर्ण मैदा का उपयोग नहीं किया जा रहा हो, तो लंबे समय में किडनी और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है।
छापे के दौरान सामने आई इस स्थिति ने खाद्य सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।