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Shock to mobile users: Recharge plans may become expensive again
नई दिल्ली: भारत में मोबाइल फोन अब केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि जीवनशैली का हिस्सा बन चुका है। ऐसे में मोबाइल रिचार्ज की कीमतें हर आम और खास यूजर को प्रभावित करती हैं। बीते कुछ महीनों में पहले से ही बढ़ी रिचार्ज दरों के बाद अब खबर आ रही है कि देश की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियां—Jio, Airtel और Vi—एक बार फिर अपने प्रीपेड और पोस्टपेड प्लान्स के दाम बढ़ा सकती हैं।
सूत्रों के मुताबिक, नवंबर-दिसंबर 2025 तक इन कंपनियों के रिचार्ज प्लान महंगे हो सकते हैं। यह बदलाव टेलीकॉम सेक्टर की उस दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा बताया जा रहा है, जो 2027 तक लागू रह सकती है। कंपनियों का कहना है कि इस वृद्धि से उन्हें बेहतर कमाई का अवसर मिलेगा, जिससे वे अपने नेटवर्क को अपग्रेड और विस्तार कर सकेंगी।
5G नेटवर्क और बढ़ते टेक्नीकल खर्च हैं कारण
रिचार्ज दरों में संभावित बढ़ोतरी के पीछे 5G नेटवर्क के विस्तार, स्पेक्ट्रम खरीद, और इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने जैसे बड़े खर्च प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं। 5G सेवा की शुरुआत के समय कंपनियों ने टैरिफ नहीं बढ़ाया था, लेकिन अब नेटवर्क के देशभर में विस्तार के लिए भारी निवेश की जरूरत महसूस की जा रही है।
कस्टमर्स के लिए सस्ते प्लान भी मौजूद
इस बीच, एयरटेल, जियो और वीआई जैसी कंपनियां अभी भी कई ऐसे प्लान ऑफर कर रही हैं जो लंबी वैलिडिटी, अनलिमिटेड डेटा, डेली फ्री एसएमएस, और OTT प्लेटफॉर्म्स के सब्सक्रिप्शन जैसी सुविधाओं से लैस हैं। कुछ प्लान्स में तो क्लाउड स्टोरेज जैसी अतिरिक्त सेवाएं भी मुफ्त दी जा रही हैं। ग्राहक इन सभी विकल्पों की जानकारी संबंधित कंपनियों की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप से प्राप्त कर सकते हैं और अपनी जरूरत व बजट के हिसाब से प्लान चुन सकते हैं।
क्या करें ग्राहक?
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर रिचार्ज दरें बढ़ती हैं, तो यूजर्स को अपनी जरूरत के अनुसार प्लान्स की तुलना कर समझदारी से विकल्प चुनने की जरूरत होगी। साथ ही, लॉन्ग-टर्म प्लान्स को अभी एक्टिवेट करवाकर भविष्य की कीमत बढ़ोत्तरी से बचा जा सकता है।