रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को बस्तर के दंतेवाड़ा में प्रवास के दौरान बस्तर पंडुम के समापन समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने अपने भाषण में नक्सलियों को भाई शब्द कहकर संबोधित किया और उनसे मुख्यधारा में लौटने की अपील की। उनके इस भाषण पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आपत्ति जताते हुए कहा कि ये बस्तर में नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में बलिदान हुए बलिदानियों का अपमान है। उन्होंने शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें अपने बयान पर देश से माफी मांगनी चाहिए।
वहीं प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री को गलत बयानी शोभा नहीं देती। जब कांग्रेस की सरकार थी तब अपने हर दौरे में शाह नक्सल नियंत्रण के मामले में भूपेश सरकार की तारीफ करते थे। आंकड़े बताते है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार के दौरान नक्सली घटनाओं में कमी आई थी। स्वयं अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में आकर पांच अप्रैल 2021 को मीडिया में बयान दिया था कि राज्य की भूपेश सरकार और केंद्र सरकार ने मिलकर नक्सलवाद को पीछे खदेड़ दिया है। राज्य में नक्सली घटनाओं में 80 प्रतिशत तक की कमी आई है। अमित शाह के सामने सीआरपीएफ के डीजीपी ने कहा था छत्तीसगढ़ में नक्सलवादी पैकअप की ओर है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने नक्सलियों को भाई और अपना बताकर नक्सलियों से लोहा ले रहे हमारे जवानों के हौसला को तोड़ने काम किया है। नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में बलिदान हुए हमारे जवानों एवं नक्सली हमले में मारे गए हमारे निर्दोष नागरिकों, झीरम घाटी कांड में बलिदान कांग्रेस के नेताओं का अपमान किया है।