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Yes I am Nirbhaya The judge in MP sentenced the rapist to death while reciting an emotional poem
मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले में 6 साल की एक मासूम बच्ची को हवस का शिकार बनाकर उसकी हत्या कर देने वाले दरिंदे को फांसी की सजा सुनाई गई है। सिवनी मालवा में स्थानीय अदालत ने शुक्रवार को दोषी के लिए सजा का ऐलान किया। कठोरतम दंड का ऐलान करते हुए जज साहब ने एक भावुक कविता भी पढ़ी।
अदालत ने अभियोजन पक्ष की ओर से पेश मौखिक, दस्तावेजी साक्ष्य और डीएनए रिपोर्ट के आधार पर आरोपी को दोषी पाया। सिवनी मालवा की प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश न्यायमूर्ति तबस्सुम खान ने इस सनसनीखेज दुष्कर्म और हत्या के मामले में दोषी अजय धुर्वे (30) को सजा सुनाई।
वह दुष्कर्म और हत्या के अपराध के लिए पॉक्सो (यौन अपराध से बच्चों का संरक्षण) कानून और भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत दोषी पाया गया। मृत्युदंड की सजा के साथ ही उस पर 3000 रुपये के अर्थदंड भी लगाया गया। अदालत ने पीड़िता के माता-पिता को चार लाख रुपये का मुआवजा देने का भी फैसला सुनाया।
इसी साल जनवरी महीने में बच्ची से बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। आरोपी ने मां के पास सो रही बच्ची को उठा लिया और और फिर जंगल में ले जाकर उससे बलात्कार किया था। बाद में बच्ची की हत्या कर उसके शव को नहर किनारे फेंक दिया था। अदालत ने महज 88 दिनों के भीतर इस प्रकरण में अंतिम फैसला सुनाया है।
जिला अभियोजन अधिकारी राजकुमार नेमा ने बताया कि जांच के दौरान आरोपी अजय को अभिरक्षा में लेकर जब पूछताछ की गई तो उसने अपराध कबूल कर लिया। इसके बाद आरोपी के खिलाफ मुकदमा चलाया गया। सजा सुनाते हुए न्यायाधीश खान ने दिल्ली के निर्भया कांड को याद करते हुए एक कविता भी सुनाई। उन्होंने कहा, 'हां मैं हूं निर्भया, हां फिर एक निर्भया। एक छोटा सा प्रश्न उठा रही हूं। जो नारी का अपमान करे, क्या वो मर्द हो सकता है। क्या जो इंसाफ निर्भया को मिला, वह मुझे मिल सकता है?'