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Meerut Metro will cover the journey of 4 hours in 55 minutes
नई दिल्ली। दिल्ली मेरठ रैपिड रेल प्रोजेक्ट का काम लगभग पूरा होने वाला है। इसी कड़ी में मेरठ मेट्रो रेल की पहली तस्वीर सामने आ गई है। मेरठ मेट्रो रेल की पहली झलक ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया है। रैपिड रेल कॉरिडोर के मेरठ सेक्शन का यह ट्रेन सेट गुजरात के सावली में दिखाया गया। मल्टीनेशनल मेट्रो ट्रेन निर्माता कंपनी एल्सटॉम ने मेरठ मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए स्वदेश में निर्मित पहला ट्रेन सेट राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) को सौंप दिया है।

बता दें कि 2024 के अंत तक मेरठ उत्तर प्रदेश का सातवां शहर बन जाएगा, जहां मेट्रो सेवा का शुभारंभ हो जाएगा। इससे लाखों लोगों के सफर और जीवन में सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है। वहीं इस मौके पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने प्रसन्नता दर्शाते हुए कहा कि भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क बनाने की और अग्रसर है। इन मेट्रो ट्रेन की अधिकतम परिचालन गति 120 किमी प्रति घंटा है।
मेरठ के निवासियों की सुविधा के लिए इस लाइन पर तीन स्टेशन दिल्ली और मेरठ को जोड़ने वाले भारत के पहले आरआरटीएस से संपर्क सुविधा प्रदान करेंगे। बयान के मुताबिक, मेरठ मेट्रो के लिए एल्सटॉम तीन-तीन कोच वाले कुल 10 ट्रेन सेट की आपूर्ति करेगी। हर ट्रेन की क्षमता 700 यात्रियों की होगी। एल्सटॉम इनका 15 साल तक मेंटेनेंस करेगी। ये सभी ट्रेन आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी। इनमें ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन, ऑटोमेटिक ट्रेन कंट्रोल और ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेशंस की सुविधा होगी।

बता दें कि इस ट्रेन को भारत में ही डिजाइन किया गया है। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर (RRTS) के एक सेक्शन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन कर दिया गया था। अब यह प्रोजेक्ट पूरा होने की ओर बढ़ रहा है। हरदीप सिंह पुरी ने कहा यह वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने की हमारी क्षमताओं को प्रदर्शित करता है। एमआरटीएस के इस ट्रेन सेट को देश में बनाकर हमने अपनी क्षमताओं को पूरी दुनिया के सामने दिखा दिया है।
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