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Court reserves order on suspended IAS Ranu Sahu bail plea on Coal scam case
बिलासपुर। निलंबित आईएएस रानू साहू की जमानत याचिका पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने अपना फैसला रिजर्व (सुरक्षित) कर लिया है। मामले में कोर्ट कभी भी अपना फैसला सुना सकता है। पूरे मामले की सुनवाई जस्टिस नरेंद्र कुमार व्यास के कोर्ट में हुई।
क्या है मामला ?
आईएएस रानू साहू पर ईडी ने कथित कोयला घोटाला में शामिल होने का आरोप लगाया है। वह रायपुर के केंद्रीय जेल में बंद है। इस कार्रवाई के बाद राज्य सरकर ने उन्हें सेवा से निलंबित कर दिया है।
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कौन हैं रानू साहू
रानू साहू 2010 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। अपने कामों को लेकर वो हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। रानू साहू का जन्म छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में हुआ। रानू साहू के बारे में कहा जाता है कि वो बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में बहुत होशियार थीं। रानू साहू के पति का नाम जयप्रकाश मौर्य है। वह मंत्रालय में सचिव हैं।
2005 में बनी थी डीएसपी
रानू साहू ने एक बार बताया था कि उन्हें पुलिस की वर्दी बहुत पसंद थी। वो पढ़ाई के दौरान से ही पुलिस में भर्ती होने चाहती थीं। साल 2005 में रानू साहू का डीएसपी के लिए सिलेक्शन हुआ था। डीएसपी बनने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी।
ट्रेनिंग से शुरू की थी UPSC की तैयारी
रानू साहू का जब DSP के पोस्ट पर सिलेक्शन हुआ तो उन्होंने यूपीएससी क्लियर करने का फैसला किया। रानू साहू ने उसी समय से UPSC की तैयारी शुरू कर दी। 2010 में वो यूपीएससी के लिए सिलेक्ट हुईं और छत्तीसगढ़ कैडर की IAS अधिकारी बनीं।
पूर्व मंत्री से हुआ था विवाद
रानू साहू हमेशा से अपनी कार्यशैली को लेकर विवादों में रही हैं। छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने उनकी शिकायत की थी। जिसके बाद रातो-रात उनका तबादला कर दिया गया था। रानू की मां राजनीति में हैं। वो जिला पंचायत सदस्य हैं।